कहाँ कोई यहाँ आता है कुछ करने के लिए
एक उम्र ज़िंदा रहना पड़ता है मरने के लिए
हम जा रहे हैं वहाँ जहाँ दिल की हो कदर
तुम बैठे रहना अपनी अदायेँ सम्भाल कर
मदहोश होता हूँ तो दुनियाँ को बुरा लगता हूँ
होश रहता है तो दुनियाँ मुझको बुरी लगती है
खामोशियाँ कर दें बयाँ तो अलग बात है..
कुछ दर्द ऐसे भी हैं जो लफ़्ज़ों मेँ उतारे नहीं जाते..
Maa haQ se rok deti hai khuda ko
Jab batt uski ulad par ati hai
सुनो बहुत इंतजार करता हूँ तुम्हारा
सिर्फ एक कदम बढा दो बाकी के फासले मै खुद तय कर लूँगा
किस तरह बनाऊँ तेरी यादों से दूरियाँ
दो कदम जाके सौ कदम लौट आते हैं
बिछड के इक दूजे से हम कितने रंगीले हो गए
मेरी आँखे लाल हो गई उनके हाथ पीले हो गए
कुछ शब्दों महज शब्द नहीं होते वह स्थितियाँ होती हैं,
जो तब ही समझ में आती हैं जब खुद आप पर गुज़रती है
Tum apne bare mein mujhse bhi pooch sakte ho
Ye tum se kisne kaha ke aaina zarori hai
आपकी सादगी पे क़त्ल-ऐ-आम हुवे जाते है
तब क्या क़यामत होगी जब आप सवंर कर आओगे
er kasz
शुब्हो-शाम रात-दिन खोया रहता हूं तेरी यादों में
सोचता हूं वो दिन कब आएगा जब सोऊगा तेरी बांहों में
क्या लिखूँ दिल की हकीकत आरज़ू बेहोश है
ख़त पर हैं आँसू गिरे और कलम खामोश है
हम तुमसे दूर कैसे रह पाते दिल से तुमको कैसे भूल पाते
काश तुम आईने में बसे होते ख़ुद को देखते तो तुम नज़र आते
देख जिँदगी तू हमे रुलाना छोड दे
अगर हम खफा हूऐ तो तूझे छोड देँगे
अपना वजूद मत बताओ हमें साहिब
हम झाँक कर दिलों की गहराई जान लेते हैं
अब सफ़र ज़िंदगी का ख़तम ही हुआ समझो
उसकी बातो से जुदाई की महक आती है
जिन्दगी मे दो चीज़े कभी मत कीजिए
झूठे आदमी के साथ प्रेम और सच्चे आदमी के साथ गेम
जिन्दगी में दो चीजें कभी मत कीजिए
झूठे आदमी के साथ प्रेम और सच्चे आदमी के साथ गेम
बड़ी मुश्किल से बना हु टूट जाने के बाद
मैं आज भी रो देता हु मुस्कुराने के बाद