तेरी आँखो की नज़र से जो भी एक बार टकराया होगा
मुझे नही लगता वो अब तक घर पहुँच पाया होगा
अभी सूरज नहीं डूबा जरा सी शाम होने दो
मैं खुद लौट जाऊंगा मुझे नाकाम तो होने दो
मुझे बदनाम करने का बहाना ढूंढ़ता है जमाना
मैं खुद हो जाऊंगा बदनाम पहले मेरा नाम तो होने दो
क्या बुरी चीज है मोहब्बत भी
बात करने में आख भर आयी
Badi hi shiddat se intzaar hai wapis tere aane ka
Kya pta shayad ho koi bahana tere pas aane ka
क़ैदखाने हैं बिन सलाखों के
कुछ यूँ चर्चे हैं उनकी आँखों के
ऊपर वाले की एक मिस कॉल से पूरा इंडिया दहशत में है।। अगर फ़ोन आया तो क्या होगा
प्रकृति समय-समय पर इंसान को रिमाइंडर देती रहती है कि तू किरायेदार की तरह रह मालिक बनने की कोशिश मत कर
Uski aankhon me koi gum bsa hai shayd Ya mujhe beham hua hai shayd
Maine pucha bhul gyi kya mere ko Muskura kar kaha usne SHAYAD
Wada karte hain dosti nibhayenge
Koshish yahi rahegi tujhe na satyaenge
Zarurat pade toh dil se pukarana
Mar bhi rahe honge to mohlat lekar aayenge
लुटा चुका हूँ बहुत कुछ, अपनी जिंदगी में यारो
मेरे वो ज़ज्बात तो ना लूटो जो लिखकर बयाँ करता हूँ
यूँ तो मुझे बदनामी अपनी अच्छी नही लगती
मगर लोग तेरे नाम से छेड़ें तो बुरा नही लगता
सच कहते हैं हम कि तुम्हें अपना बनाएंगे
आज नहीं तो कल तुम्हें अपनी पलकों पर बिठाएंगे
जाते जाते उसने पलटकर मुझसे कुछ यूँ कहा हमे भुला देना
हम तुमसे प्यार करने नहीं प्यार सीखने आये थे किसी और के लिए
शायरी तो हमें आती ही नह ये तो उस बेवफा को
जब भी देखते है तो दिल से युही अल्फाज निकल जाते है
तेरे चले जाने से मुझे ग़ज़लो का हुनर आया ओ साहिब
लिखा पहले भी बहुत पर असर अब आया
ढूंढने पर वही मिलेंगे जो खो गए हैं
वो कभी नहीं मिलेंगे जो बदल गए हैं
यूँ तो हर बात सहने का हौसला है इस दिल को
तेरा इक नाम ही मुझकों कमज़ोर कर देता है
नीलाम कुछ इस कदर हुए बाज़ार-ए-वफ़ा में हम आज
बोली लगाने वाले भी वो ही थे जो कभी झोली फैला कर माँगा करते थे
अजीब दस्तूर है मोहब्बत का
रूठ कोई जाता है टूट कोई जाता है.
छुप छुप कर तेरी सारी तस्वीरें देखता हूँ
बेशक तू ख़ूबसूरत आज भी है
पर चेहरे पर वो मुस्कान नहीं जो मैं लाया करता था
चाहे गीता बांचिये या पढ़िए क़ुरान
मेरा तेरा प्यार ही, हर पुस्तक का ज्ञान