मुझे मालुम हे वह किसी और कि हो गई है
इस दिल का क्या करे जो उस वेवफा पे मरता है
इसे इत्तेफाक समझो या दर्दनाक हकीकत,
आँख जब भी नम हुई वजह कोई अपना ही निकला !!
मेरे अपने कहीं कम न हो जाएँ
इस डरसे मुसीबत में किसी को आजमाता नहीं
धुँए की तरह उड़ना सीखो
जलना तो लोग भी सीख गये हैं
खुद पर भरोसा करने का हुनर सीख लो
सहारे कितने भी सच्चे हो एक दिन साथ छोड़ ही जाते हैं...
कहना ही पड़ा उसे शायरी पढ़ कर हमारी
कि कंबख्त की हर बात मोहब्बत से भरी होती है
Ham Se Zindagi Ki Haqiqat Na Pucho Ae Dosto
Bahot Matlabi The Kuch Log Jo Tanha Kar Gaye
-Tum Bhool Jao Gy Is tarah Se
Yaqeen Mano , Yaqeen Nahi Aata
मुझे ढूंढने की कोशिश न किया कर पगली
तूने रास्ता बदला मैंने मंज़िल ही बदल दी
कही आदत ना हो जाये जिंदगी की,
इसलिए! रोज़ रोज़ थोड़ा थोड़ा मरते है हम...!!
हुस्न वाले जब तोड़ते है दिल किसी का...
बड़ी सादगी से कहते हैं मजबूर थे हम . . .
तेरे वादे से कहाँ तक मेरा दिल फ़रेब खाये
कोई ऐसा कर बहाना मेरा दिल ही टूट जाये
पढ़ रहा हूँ मै इश्क़ की किताब ऐ दोस्तों,
ग़र बन गया वकील तो बेवफाओं की खैर नही ..!
er kasz
Kuch to batt hogi mere shayri ke alfazo me
yu hi to nahi duniyan meri shayri ko apne status lagati hai
er kasz
अमीर होता तो बाज़ार से खरीद लाता नकली
गरीब हूँ इसलीये दिल असली दे रहा हु
हम ने मोहब्बत के नशे में आ कर उसे खुदा बना डाला
होश तब आया जब उस ने कहा कि खुदा किसी एक का नहीं होता
Ek khwaish hai khuda se ke vo har kissi ko tere jaisa pyar de
Kyuki vo zindgi me kuch bane ya na banne Salla Shayar to Jarur ban jayega
er kasz
सुनो बहुत इंतजार करता हूँ तुम्हारा
सिर्फ एक कदम बढा दो बाकी के फासले मै खुद तय कर लूँगा
लोग मुझसे मेरी उदासी की वजह पूछते है
इजाजत हो तो तेरा नाम बता दूँ...??
गुजर जाऊँगा यूँ ही किसी लम्हे सा
और तुम वक़्त में उलझी रहना