इस दुनिया में हर वो शक्स अकेला है
जिसने सच्चे दिल से महोब्बत की है
ये समन्दर भी तेरी तरह खुद्गर्ज निकला
जिन्दा था तो तैरने ना दिया मर गया तो डूबने ना दिया
बेरुख़ी इससे बड़ी और भला क्या होगी
एक मुद्दत से हमें उसने सताया भी नहीं
फिर मोहब्बत करनी है मुझसे तो शुरुवात वहीँ से कर
जिस जगह से तूने मुझे बड़ी नफरत से देखा था
राह देखते देखते जब थक जाती हैं आँखें मेरी
तुम्हें ढूँढने को तब मेरी आँख से आँसू निकले
मुद्दतों से,
उसके इंतजार में हूँ यारों...
कही पढ़ लिया था,
कि..
सच्ची मोहब्बत लौटकर आती
है......
दिलो जान से करेंगे हिफ़ाज़त उसकी
बस वो एक बार कह दे की वो मेरा है
पूँछा जो मैंने उससे मुझको भुला दिया कैसे
चुटकी बजा के वो बोला- ऐसे ऐसे ऐसे
Us Ki Jeet Se Hoti Hai Khushi Mujh Ko
Yahi Jawab Mare Paas Apni Haar Ka Tha
पता नही ये बादल क्यूँ भटक रहे हैं फ़िज़ा में दर-बदर
शायद इनसे भी बात नहीं करता इनका अपना कोई
मै रोज खून का दिया जलाऊगां
ऐ इश्क तू एक बार अपनी मजार तो बता
एक ज़ख्म ही नही, यहाँ तो सारा वजूद ही ज़ख्मी है
दर्द भी हैरान है की उठूँ तो कहाँ से उठूँ
कितना मुश्किल है मनाना उस शख्स को
जो रूठा भी न हो और बात भी न करे
नसीहतें अच्छी देती है दुनिया
अगर दर्द किसी और का हो
बना के ताजमहल एक दोलतमन्द आशिक ने
गरीबो की मोहब्बत का तमाशा कर दिया
किसी की यादों में नही लिखता हूँ
हाँ लिखता हूँ तो किसी की याद जरूर आती है
ये मेरी आदत मुझे चैंन से रहने न देगी...
ये मेरी तुझे सोचने की आदत .
मोहब्बत मे सर को झुका देना कोई मुश्किल नही
रोशन सूरज भी चाँद की खातिर डूब जाता है
गरूर तो नहीं करता लेकिन इतना यक़ीन ज़रूर है..
कि अगर याद नहीं करोगे तो भुला भी नहीं सकोगे.!!!
Shaadi ko to logo ne aise hi badnam Kia hua hai
Taklif to ladkiya deti h