यही हालात इब्तदा से रहे लोग हमसे ख़फ़ा ख़फ़ा से रहे
बेवफ़ा तुम कभी न थे लेकिन ये भी सच है कि बेवफ़ा से रहे
छेड़कर जमानेभर की लड़कियों को रोया वो रातभर
जिस रोज घर उसके बिटिया ने जन्म लिया
कितना मुश्किल है मनाना उस शख्स को
जो रूठा भी न हो और बात भी न करे
Aaj bhi isi soch mein gum hai ungliyaan meri
Ke Naya haath usne thama kaise hoga
गरूर तो नहीं करता लेकिन इतना यक़ीन ज़रूर है..
कि अगर याद नहीं करोगे तो भुला भी नहीं सकोगे.!!!
मालुम था कुछ नही होगा हासिल लेकिन
वो इश्क ही क्या जिसमें खुद को ना गवायाँ जाए
er kasz
शेरों को कहना नया शिकारी आया हैं
या तो हुकूमत छोड़ दे या जीना
वो जब सामने आये तो अजब हादसा हुआ
हर लफ्ज ए शिकायत ने खुदकुशी कर ली
Agar palak pe hai moti to ye nahin kaafi
Hunar bhi chahiye alfaaz me pironay Ka
मोहब्बत तो पाक थी है और रहेगी
शर्मिंदा तो इसे खोखले रिवाज़ों और दोगले लोगों ने कर रखा है
मेरा दिल मुझसे कहता है कि वो बापस आयेगी
मैँ दिल से कहता हूँ कि उसने तुझे भी झूठ बोलना सिखा दिया
तमाम उम्र इसी बात का गुरुर रहा मुझे
किसी ने मुझसे कहा था की हम तुम्हारे है
तुझे क्या पता की मेरे दिल में कितना प्यार हैं तेरे लिए
जो कर दूँ बयाँ तो तुझे नींद से नफरत हो जाए
Dil lagi na ho jaye kisi se ye khayal rakhna
Tanha din to guzar jata hai lekin raatein maar deti hain
पूछा था हाल उन्होंने बडी मुद्दतों के बाद...
कुछ गिर गया है आँख में,कहकर रो पड़े हम...
घायल
खुद मुशकुराती हो और हमको रुलाती हो
क्यों निगाहे मिलकर, इस दिल को तडपाती हो
Humne Hamare Ishq Ka, Izhaar Yun Kiya,
Phoolon Se Tera Naam, Pathron Pe Likh Diya
वो मिल जाए मुझे तो यू समझूंगा
के जन्नत का एलान हो गया किसी गुनाहगार के लिए
आपकी सादगी पे क़त्ल-ऐ-आम हुवे जाते है
तब क्या क़यामत होगी जब आप सवंर कर आओगे
er kasz
हज़ारो है मेरे अल्फ़ाज़ के दीवाने
मेरी ख़ामोशी सुनने वाला भी तो कोई हो